akshara
Wednesday, February 20, 2008
खिड्की से टिका आसमान
.
Sunday, February 10, 2008
ये औरते....२
चांद के संग चांदनी
हो जाती
ये औरतें...
ढोलक की थाप पर
लोक गीत
बन जाती ैं
ये औरतें....
हवा की धुन पर
पाखी बन
लहराती
ये औरतें....
इतने सारे रंग
आंचल में
जीवन पर
इंद्रधनुष सी
छा जाती
ये औरतें.....
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